Monday, January 19, 2009
सच और झूठ
सच और झूठ ये दो शब्द हैं क्या आख़िर। सब कहते हैं की सच एक ताक़त है जिससे दुनिया में हर खुशी मिलती है फ़िर हर कोई सच से डरता क्यों है क्यों लगता है की अगर अपना सच कही गलती से भी किसी के सामने आ गया तो बदनामी होगी परेशानी होगी रिश्तों में खटास आ जायेगी और दूसरी तरफ़ झूठ एक ऐसी ताक़त बन गया है जिसे हर कोई बड़ी खुशी से अपना कर ख़ुद को बहुत सुरछित समझता है खुश रहता है झूठ आज सच से कहीं बड़ी ताक़त बन गया। पर अगर झूठ इतना बड़ा बना तो कैसे इसका कारन तो हम और आप ही है ना। अपने से छोटों के दिलों में इतना डर पैदा कर दिया की वो अपनी की हुई हर गलती को चाहे वो छोटी हो या बड़ी हो छुपाने का प्रयास करने लगे वहीँ से शुरू हुआ झूठ का सिलसिला सच बोलने से डर लगे तो झूठ बोलो और शान से जियो झूठ से तरक्की और सच से नौकरी के लाले झूठ से माँ बाप और बीबी बच्चों का प्यार और सच से सिर्फ़ नफरत और दूरी। आज झूठ इतना बड़ा बन गया की सच को भी खरीदना पड़ता है सिद्ध करना पड़ता है। कुछ भी कहें सच तो सच है झूठ बोलने वालों के दिल की चाहत भी ये ही होगी की उनसे हर कोई सच बोले और यही तो सच की जीत है जब हर झूठा ये समझ जाएगा की वो किस तरह के आने वाले समाज की ओर जा रहा है तो यकीं करें की इस समाज की हर गन्दगी को दूर किया जा सकेगा अगर पिता सच का साथ देगा तो पुत्र भी उन्हीं क़दमों पर चलेगा और अगर अपनी थोडी सी खुशियों से समझौता कर के हर पति और पत्नी एक दूसरे से हर बात बांटे तो शायद आने वाला कल हमको डराएगा नही और किसी को किसी से भी नजरें नही छुपानी पड़ेंगी ।
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Jhoot kabhi sach sey balwan nahi ho sakta. ek or khas bat. "SACH THAKTA JAROOR HAI LAKIN KABHI HARTA NAHI HAI." sach darawna or kadwa kewal esley hota hai keyoki wah apne vastvik roop mey hota hai jabki jhoot chamkdar esley hota hai keyoki usko es tharha tyar keya jata hai taki sabko pasand aye. Jai Hind. Nitin Sabrangi. Journalist&Writer. meerut.
ReplyDeleteAAP KI BAAT BAHUT ACCHI LAGI
ReplyDeleteAAP KE COMMENT SE MERE POST MAIN JO KAMI RAH GAYI THI POORI HO GAYI ....THANKS
हमें यथासंभव सच का दामन पकडे रहना चाहिए ! पर कभी कभी झूठ भी काम कर जाता है ! सत्यवादी होने की भी सनक बुरी है !
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